विश्वविद्यालय अनुदान आयोग नेट - वाणिज पाठ्यक्रम

इकाई-I व्यवसायिक वातावरण और अंतर्राष्ट्रीय व्यवसाय
  • व्यवसायिक वातावरण की अवधारणाएँ एवं तत्व : आर्थिक वातावरण - आर्थिक पद्धतियां, आर्थिक नीतियां (मुद्रिक एवं वित्तीय नीतियां); राजनीतिक वातावरण - व्यवसाय में सरकार की भूमिका; वैधानिक वातावरण - उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम, एफ ई एम ए (फेमा); सामाजिक-सांस्कृतिक कारक और व्यवसाय पर उनका प्रभाव; कार्पोरेट की सामाजिक जिम्मेदारी
  • अंतर्राष्ट्रीय व्यवसाय का विस्तार-क्षेत्र तथा महत्त्व; वैश्वीकरण तथा इस के संचालक; अंतर्राष्ट्रीय व्यवसाय में प्रवेश करने की नीतियां
  • अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के सिद्धान्त; अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में सरकार का हस्तक्षेप; टेरिफ तथा गैरटैरिफ अवरोध; भारत की विदेश व्यापार नीति
  • विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (एफ.डी.आई) विदेशी पोर्ट फोलियो निवेश (एफ. पी.आई), एफ डी आई के प्रकार, स्वदेश और मेजबान देशों के एफ.डी.आई की लागत और लाभ; एफ.डी.आई में नवीन प्रवृतियाँ; भारत की एफ.डी.आई नीति
  • भुगतान का देय (बी.ओ.पी) : बी ओ पी का महत्त्व और संगठक तत्व
  • क्षेत्रीय आर्थिक एकीकरण : क्षेत्रीय आर्थिक एकीकरण के स्तर; व्यापार सृजन एवं पथांतरण; क्षेत्रीय व्यापार समझौता; यूरोपीय संघ (ई.यू), आसियान, सार्क और नाफटा
  • अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक संस्थाएं : आई.एम.एफ, वर्ल्ड बैंक, यू.एन.सी.टी.ए.डी
  • विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यू टी ओ) डब्ल्यू टी ओ के कार्य तथा उद्देश्य; कृषि समझौता; गैट्स (जी ए टी एस), ट्रिपस (टी आर आई पी एस), ट्रिमस (टी आर आई एम एस)
इकाई-II लेखांकन और अंकेक्षण
  • लेखांकन के मूल सिद्धान्त, संकल्पना और अभ्युपगम
  • साझेदारी लेखे : साझेदारी फर्म में प्रवेश, सेवा-निवृत्ति, मृत्यु, और विघटन तथा दिवालियापन
  • कम्पनी लेखांकन : निर्गम, शेयरों की जब्ती और पुन:निर्गम; कंपनियों का परिसमापन; कम्पनियों का अधिग्रहण, विलयन, समामेलन और पुनर्गठन
  • सूत्रधारी कंपनी के लेखे
  • लागत और प्रबंधन लेखे : सीमांत लागत और सम-विच्छेद विश्वेषण; मानक लागत; बजट नियंत्रण; प्रक्रिया लागत; क्रियाकल्प आधारित लागत (ए बी सी); निर्णय लेने संबंधी लागत; जीवन चक्र लागत; लक्ष्य लागत; काइजन लागत और जे आई टी
  • वित्तीय विवरण विश्लेषण: अनुपात विश्लेषण; निधि प्रवाह विश्लेषण; रोकड़ प्रवाह विश्लेषण
  • मानव संसाधन लेखांकन; मुद्रास्फीति लेखांकन; पर्यावरण लेखांकन
  • भारतीय लेखांकन मानक और आई एफ आर एस
  • अंकेक्षण : स्वतंत्र वित्तीय अंकेक्षण, बाउचिंग: परिसंपत्तिओं और देयताओं का सत्यापन और मूल्यांकन; वित्तीय विवरणों का अंकेक्षण और अंकेक्षण रिपोर्ट; लागत अंकेक्षण।
  • अंकेक्षण की अद्यतन प्रवृतियां : प्रबंधन अंकेक्षण; ऊर्जा अंकेक्षण, पर्यावरण अंकेक्षण, व्यवस्था अंकेक्षण; सुरक्षा अंकेक्षण
इकाई-III व्यवसयिक अर्थशास्त्र
  • व्यवसायिक अर्थशास्त्र का अर्थ एवं विषय-क्षेत्र
  • व्यवसायिक फर्मों का उद्देश्य
  • माँग विश्लेषण : माँग का नियम; माँग की लोच और इसका मापन; ए आर और एम आर में सम्बन्ध
  • उपभोक्ता व्यवहार : उपयोगिता विश्लेषण; अनधिमान वक्र विश्लेषण
  • परिवर्ती अनुपात नियम : पैमाने के प्रतिफल का नियम
  • लागत का सिद्धान्त : लघु-कालिक तथा दीर्घकालिक लागत वक्र
  • विभिन्न विपणन पद्यतियों के अधीन कीमत निर्धारण : पूर्ण प्रतियोगिता; एकाधिकारी प्रतियोगिता; अल्पाधिकार-कीमत नेतृत्व मॉडल एकाधिकार; कीमत भेदमूलक
  • कीमत निर्धारण रणनीतियाँ : कीमत क्षिप्रता; कीमत अन्तः प्रवेश; चरम भार पर कीमत निर्धारण
इकाई-IV व्यवसायिक वित्त
  • वित्त का विषय-क्षेत्र और स्रोत; पट्टा वित्तपोषण
  • पूंजी की लागत और धन का समय मूल्य
  • पूंजीगत ढांचा पूंजीगत बजट संबंधी निर्णय: पूंजीगत बजट संबंधी विश्लेश्ण की पारम्परिक और वैज्ञानिक तकनीकें
  • कार्यशील पूंजी प्रबंधन; लाभांश का निर्णय: सिद्धान्त और नीतियां
  • जोखिम और प्रतिफल विश्लेषण; परिसंपत्ति की संवीक्षा
  • अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा प्रणाली
  • विदेशी मुद्रा बाजार; विनिमय दर जोखिम और हेजिंग तकनीकें
  • अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय बाजार और लिखत : यूरो मुद्रा; जी डी आर, ए डी आर
  • अंतर्राष्ट्रीय अंतर-पणन; बहु-राष्ट्रीय पूंजी बजटिंग
इकाई-V व्यवसायिक सांख्यिकी तथा शोध विधि
  • केन्द्रीय प्रवृत्ति का मापन
  • प्रकीर्णन का मापन
  • वैषम्य मापन
  • दो परिवर्तियों का सहचर्य तथा प्रतीपगमन
  • प्रायिकता : प्रायकिता के उपागम; बेय (Bayes) का सिद्धान्त
  • प्रायिकता वितरण : द्विपक्षीय, पॉसों तथा सामान्य वितरण
  • शोध: अवधारणा तथा प्रकार; शोध अभिकल्प
  • डाटा : संग्रह तथा वर्गीकरण
  • प्रतिचयन तथा अनुमान : अवधारणा, प्रतिचयन की विधियां - प्रायिकता था गैर-प्रायिकता विधियां; प्रतिचयन वितरण केन्द्रीय सीमा प्रमेय; मानक त्रुटि; सांख्यिकीय अनुमान
  • परिकल्पना परीक्षण, Z टेस्ट; अनोवा (ए एन ओ बी ए) ; काई वर्ग परिक्षण, मैं व्हिटने यू टेस्ट, कृस्कल-वालिस एच टेस्ट; रैंक कोरिलेशन टेस्ट
  • रिपोर्ट लेखन
इकाई-VI व्यवसायिक प्रबन्ध और मानव संसाधन प्रबन्ध
  • प्रबन्धन के सिद्धान्त और कार्य
  • संगठन का ढांचा : औपचारिक और अनौपचारिक संगठन; नियन्त्रण की विस्तृति
  • दायित्व और प्राधिकार : प्राधिकार का प्रत्यायोजन और विकेंद्रीकरण
  • अभिप्रेरणा और नेतृत्व : संकल्पना एवं सिद्धान्त
  • निगम अभिशासन और व्यवसाय संबंधी नैतिकता
  • मानव संसाधन प्रबंध : मानव संसाधन प्रबन्धन की संकल्पना, भूमिका और कार्य; मानव संसाधन सम्बन्धी योजना; भर्ती और चयन; प्रशिक्षण और विकास; उत्तराधिकार योजना
  • प्रतिपूर्ति प्रबन्ध : जॉब मूल्यांकन, प्रोत्साहन एवं अनुषंगी लाभ
  • कार्य निष्पादन मूल्यांकन, 360° कार्य निष्पादन मूल्यांकन सहित
  • सामूहिक सौदेबाजी और प्रबन्ध में कामगारों की प्रतिभागिता
  • व्यक्तित्व : बोध; अभिवृत्ति; मनोवेग; समूह की शक्ति; शक्ति और राजनीति; टकराव और
  • समझौता; तनाब प्रबन्ध
  • संगठनात्मक संस्कृति : संगठनात्मक विकास एवं संगठनात्मक बदलाव
इकाई-VII बैकिंग एवं वित्तीय संस्थाएं
  • भारतीय वित्तीय प्रणाली का विहंगावलोकन
  • बैंकों के प्रकार : वाणिज्य बैंक, क्षेत्रीय ग्रमीण बैंक (आर आर बी), विदेशी बैंक, सहकारी बैंक
  • भारतीय रिजर्व बैंक : कार्य, भूमिका तथा मौद्रिक नीति प्रबन्धन
  • भारत में बैंकिंग क्षेत्र में सुधार, बेसल मानदण्ड; जोखिम प्रबन्धन; एन पी ए प्रबन्धन
  • वित्तीय बाजार : मुद्रा बाजार; पूंजी बाजार, सरकारी प्रतिभूर्ति बाजार
  • वित्तीय संस्थाएं : विकास वित्तीय संस्थाएं (डी एफ आई); गैर-बैकिंग वित्तीय कम्पनियां (एन बी एफ सी); म्यूचुअल फंड; पेंशन फण्ड
  • भारत में वित्तीय नियामक एजेंसियां
  • वित्तीय समावेशन सहित वित्तीय क्षेत्र में सुधार
  • बैकिंग तथा अन्य वित्तीय सेवाओं का डिजिटलीकरण : इण्टरनेट बैंकिंग, मोबाइल बैकिंग, डिजिटल भुगतान प्रणाली
  • बीमा : बीमा के प्रकार - जीवित एवं आजीवित सेवाओं का बीमा, जोखिम का वर्गीकरण तथा प्रबन्धन; जोखिम की बीमायोग्यता के परिसीमक कारक पुनर्बीमा; बीमा का नियामक ढांचा - आई आर डी ए और इस की भूमिका
इकाई-VIII विपणन प्रबंध
  • विपणन : संकल्पना और उपागम; विपणन माध्यम; विपणन मिश्रण; कार्यनीतिपरक विपणन योजना; बाजार खंडीकरण, लक्ष्य और स्थिति
  • उत्पाद निर्णय : संकल्पना; उत्पाद रेखा; उत्पाद मिश्रण निर्णय, उत्पाद जीवन चक्र; नवीन उत्पाद जीवन चक्र
  • कीमत संबंधी निर्णय : कीमत निर्धारण को प्रभावित करने वाले कारक; कीमत निर्धारण नीतियां तथा कार्यनीतियां
  • संवर्धन संबंधी निर्णय : विपणन में संवर्धन की भूमिका; संवर्धन की विधियां - विज्ञापन; वैयक्तिक विक्रय; प्रचार; विक्रय संवेर्धनात्मक साधन और तकनीक; संवर्धन मिश्रण
  • वितरण संबंधी निर्णय : वितरण के माध्यम, माध्यम प्रबंध उपभोक्ता व्यवहार : उपभोक्ता की क्रय प्रक्रिया, उपभोक्ता के क्रय निर्णय को प्रभावित करने वाले कारक
  • सेवा विपणन
  • विपणन की प्रवृत्तियां : सामाजिक विपणन; ऑनलाइन मार्कटिंग; ग्रीन मार्कटिंग; प्रत्यक्ष विपणन ग्रामीण विपणन; सी आर एम
  • संभार प्रबंध
इकाई-IX व्यवसाय के कानूनी पहलू
  • भारतीय संविदा अधिनियम, 1872 -: वैध संविदा के तत्व; पक्षकारों की क्षमता; स्वतंत्र सहमति; संविदा का निष्पादन; संविदा का उल्लघंन और संविदा उल्लघंन के खिलाफ उपाय; अर्ध संविदाएं
  • विशेष संविदाएं : क्षतिपूर्ति और गांरटी की संविदाएँ; निक्षेप और गिरवी संविदाएं; एजेंसी की संविदाएं
  • माल विक्रय अधिनियम, 1930 : विक्रय और विक्रय करार, क्रेता साबधानी का नियम अप्रदत्त विक्रेता के अधिकार और क्रेता के अधिकार
  • प्रक्राम्य लिखत अधिनियम, 1881 : प्रकाम्य लिखतों के प्रकार; प्रक्राम्य और समनुदेशन; प्रक्राम्य लिखतों की अस्वीकृति और उन्मोचन
  • कंपनी अधिनयम, 2013 - कंपनियों की प्रकृति और प्रकार, कंपनी का गठन, प्रबंधन, कंपनी की बैठकें, संयुक्त पूंजी, कंपनी समापन
  • सीमित देयता साझेदारी : भारत में सीमित देयता साझेदारी (एल एल पी); एल एल पी के गठन का ढांचा और उसकी प्रक्रिया
  • प्रतिस्पर्धा अधिनियम, 2002 : लक्ष्य, उद्देश्य और मुख्य प्रावधान
  • सूचना प्रौद्योगिकी की अधिनियम, 2000 : उद्देश्य और मुख्य प्रावधान; साइबर अपराध और दंड
  • सूचना का अधिकार अधिनियम, 2005 : मूल संकल्पना और महत्वपूर्ण प्रावधान
  • बौद्धिक संपदा अधिकार : पेटेंट, ट्रेडमार्क्स और कापीराइट्स; बौद्धिक संपदा में उभरते हुए मुद्दे
  • माल और सेवा कर (जी एस टी) : जी एस टी की मुख्य विशेषताएं, लाभ और उद्देश्य; कार्यान्वयन तंत्र, दोहरे जी एस टी का कार्यचालन
इकाई-X आयकर और निगम कर योजना
  • आयकर : मूल संकल्पनाएं; आवासीय प्रस्थिति और कर भार; छूट प्राप्त आय; कृषि आय, विभिन्न शीर्षों के अधीन कर योग्य आय का अभिकलन; सकल कुल आय से कटौती; व्यक्तियों का कर निर्धारण; आयों का सम्मिलित करना
  • अंतर्राष्ट्रीय कराधान : दोहरा कराधान और इसका परिहार तंत्र, ट्रांस्फर प्राइसिंग
  • निगम कर योजनाः निगम कर योजना की संकल्पना और महत्व; कर परिहार बनाम कर अपवंचन; निगम कर योजना की तकनीकें; विशिष्ठ व्यवासाय की स्थितियों में कर विचारण; बनाने या खरीदने संबंधी निर्णय लेना, किसी परिसंपत्ति का स्वामित्व या पट्टा, परिसंपत्ति का प्रतिधारण, परिसंपत्ति का नवीनीकरण या प्रतिस्थापन, प्रचालनों को बंद करना या जारी रखना।
  • स्रोत पर कर की कटौती और संग्रहण; कर का अग्रिम भुगतान; आयकर विवरणी को इलेक्ट्रोनिक माध्यम से दाखिल करना